Tag: maktaaband ghazal

  • सुई – SUI

    खिशावर सुनेत्रा लिहावी गझल खिशावर सुनेत्रा खुलावी गझल सुनेत्रा सुनेत्रा सुनेत्रा म्हणत खिशावर सुनेत्रा तपावी गझल सुनेत्रा तरल या जलावर उभी खिशावर सुनेत्रा झुलावी गझल सुनेत्रात दृष्टी सुनेत्रा खरी खिशावर सुनेत्रा दिसावी गझल सुनेत्रा सुईने तुझ्या नव निळ्या खिशावर सुनेत्रा विणावी गझल