गम छा गया …. गया रे …
राजी बिवी.. मिया रे …
जल छान लो कुएका ..
बन मे कहे सिया रे …
गमछा नहीं पुराना..
गमछा धवल नया रे …
गा गा ल गा ल गा गा..
सरगम पिया पिया रे…
रंगीन ये समा है ..
गाता मधुर जिया रे …
साकी सरस्वती है ..
दीपावली दिया है …
हैं नाम मम सुनेत्रा ..
जैकार जै जया है …