डझन म्हणूकी बारा मी – DAZAN MHANUKEE BAARAA MEE


This Ghazal is written in fourteen matras. In this Ghazal Radif is ‘Mee’. Kafiyas are Baaraa, Taaraa, Bhaaraa, Kaaraa, Naaraa, Daaraa, Chaaraa, Zaaraa, Vaaraa, Dhaaraa.

डझन म्हणूकी बारा मी
स्टार म्हणूकी तारा मी

डोईवरच्या कळसाला
भार म्हणूकी भारा मी

तव नजरेचा तुरुंग हा
कैद म्हणूकी कारा मी

जयकाराच्या जपास या
घोष म्हणूकी नारा मी

तीन काळ हे तेराचे
पुत्र म्हणूकी दारा मी

शाकाहारी अन्नाला
गवत म्हणूकी चारा मी

बारा बारा चोवीस हे
वीर म्हणूकी झारा मी

शीत सुगंधित लहर हवा
पवन म्हणूकी वारा मी

सांग ‘सुनेत्रा’ सरीस या
धार म्हणूकी धारा मी


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