हरवले नयन बघ श्यामले – HARAVALE NAYAN BAGH SHYAAMALE


हरवले नयन बघ श्यामले
मौन हे अधर बघ श्यामले

पर्ण हे लाल दो जुळवुनी
लावले कुलुप बघ श्यामले

पाकळ्या उमलण्या दोन या
राहिशी अचल बघ श्यामले

चेहरा लाभला तुज खरा
देह तव सजल बघ श्यामले

तुडविती माणसे ही भुई
नेत्र तव सजल बघ श्यामले

तू क्षमा धारिणी माय गे
स्पर्शिते चरण बघ श्यामले

तू धरा वत्सला मानिनी
हंसिनी गझल बघ श्यामले

अक्षरगणवृत्त, लगावली – गालगा गालगा गालगा


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