शब्द फिरव
वही भरव
पटापटा
धुणे बडव
काना दे
नीट गिरव
मात्रांना
अचुक बसव
जमीन कस
पालं उठव
खण खड्डा
परत बुजव
पुष्पांनी
देह सजव
कवितेने
हृदय फुलव
सुनेत्रास
सर्व कळव
मात्रावृत्त – ६मात्रा
शब्द फिरव
वही भरव
पटापटा
धुणे बडव
काना दे
नीट गिरव
मात्रांना
अचुक बसव
जमीन कस
पालं उठव
खण खड्डा
परत बुजव
पुष्पांनी
देह सजव
कवितेने
हृदय फुलव
सुनेत्रास
सर्व कळव
मात्रावृत्त – ६मात्रा