तापत्र – TAAPATRA


जुने पुराणे पत्र गझल
नूतन जणु सावत्र गझल

निमित्त्य ठरले तव जन्मा
बहर काफिया छंद गझल

ताप तापता संसारी
शांत करे तापत्र गझल

बहीण आजी माय सुता
सई रदीफ कळत्र गझल

तिसरे दुसरे त्याआधी
प्रथम सुनेत्रा सत्र गझल

शब्दार्थ …
तापत्र – कडकी
कळत्र – पत्नी,स्त्री


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