चार मुक्तके
मुक्तक …
मर्गळ मुरगाळून जिंकले
कर्दळ कुरवाळून जिंकले
मुक्तक लिहुनी शीघ्र राधिके
दर्वळ चुरगाळून जिंकले
बरखा …
बारिश गिरी बारिश गिरी
मेघ बरखा साजिश गिरी
बाढ आयी गोंड बनसें
नीर लौकी ख्वाहिश गिरी
वर्धमान …
पंचरंगी ध्वज हमरा
वीर तीर्थंकर हमरा
वर्धमान जिनअनुयायि
आत्मधर्मी हर हमरा
गझल …
गझल चारु चंद्रमा
नयन तारु चंद्रमा
चपळ मेघना झरे
जलद वारु चंद्रमा